है यह अनोखापन
मेरी जिंदगी के
अनिमन्त्रित मेहमान
बिन बुलाए आया
कभी साथ नहीं छोडा
सिखाया मुझे अंदर
कि आग को खोजने
दिया मुझे हिम्मत
आगे बढने की
वक्त के साथ साथ
बन गया मैं उसका दास
लोग कहते है
तनहाई अंधेरा है
पर यह तो मुझे
खुबसूरत रंग लगी
धीरे धीरे से
करने लगे मैं इस पन से प्यार
जुड गए हमारी रिश्ता
हमेशेकेलिए
है यह अनोखापन
मेरी जिंदगी के
अनिमन्त्रित दोस्त ।।
मेरी जिंदगी के
अनिमन्त्रित मेहमान
बिन बुलाए आया
कभी साथ नहीं छोडा
सिखाया मुझे अंदर
कि आग को खोजने
दिया मुझे हिम्मत
आगे बढने की
वक्त के साथ साथ
बन गया मैं उसका दास
लोग कहते है
तनहाई अंधेरा है
पर यह तो मुझे
खुबसूरत रंग लगी
धीरे धीरे से
करने लगे मैं इस पन से प्यार
जुड गए हमारी रिश्ता
हमेशेकेलिए
है यह अनोखापन
मेरी जिंदगी के
अनिमन्त्रित दोस्त ।।